शुक्र हैं आज शुक्रवार हैं-एक माँ की सोच
एक समय था जब शुक्रवार की कभी परवाह नहीं थी। सब दिन एक से ही लगते थे। बल्कि संडे ही कभी बोर हो जाया करता था कि क्या करें? उस समय स्कूल और ऑफिस ६ दिन के हुआ करते थे। यह ५ वर्किंग डे का चलन तो कुछ सालों पहले ही शुरू हुआ हैं। मुझे… Read More शुक्र हैं आज शुक्रवार हैं-एक माँ की सोच